गले का कैंसर
भारत ही नहीं, दुनिया भर में गले का कैंसर सबसे अधिक कॉमन है। इसके लक्षणों को जरा सा भी नजरअंदाज करना व्यक्ति को भारी पड़ सकता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि बीमारी की चपेट में आ गए हैं तो भी लक्षणों को समझते हुए पहली स्टेज में ही इलाज करा लेना बेहतर होगा। चौथी स्टेज पार कर जाने के बाद मरीज को बचाना बेहद मुश्किल हो जाता है। वर्तमान में कम उम्र के युवा भी तेजी से गले के कैंसर की चपेट में आ रहे हैं।
कैंसर के लक्षण:
- कफ या गले में खिचखिच: अगर गले में खराश बनी रहती है और खांसने में खून भी आ जाता है, तो ध्यान दें , यह कैंसर भी हो सकता है। सावधानी बरतना जरूरी हैं खासकर अगर कफ ज्यादा दिन तक बना रहे।
- दर्द बरकरार: "हर तरह का दर्द कैंसर की निशानी नहीं, लेकिन अगर दर्द बना रहे, तो वह कैंसर भी हो सकता है।"
- निगलने में तकलीफ: गले में कैंसर का एक बहुत अहम संकेत यह भी है। गले में तकलीफ होने पर लोग आमतौर पर नर्म खाना खाने की कोशिश करते हैं, लेकिन डॉक्टर के पास नहीं जाते, जो कि सही नहीं है
- आवाज में भारीपन आना.. जिनके गले में कैंसर होता है उनकी आवाज में बदलाव आना और गले का बैठ जाना आदि लक्षण दिखाई देते है।
- कान, गले और सर में दर्द होना.. अगर लम्बे समय तक आपके कान, गले और सर में दर्द बना रहे, तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करे क्यूकि ये गले के कैंसर का सबसे शुरुआती लक्षण है. दरअसल कैंसर होने के बाद गले की ग्रंथिया सूज जाती है और दर्द करने लगती है।
- लगातार खांसी का आना.. आम तौर पर लोग खांसी को हल्के में ले लेते है और इसे नजरअंदाज कर देते है। मगर यदि आपको काफी लम्बे समय से लगातार खांसी आ रही हो तो, इसे नजरअंदाज न करे, क्यूकि ये कैंसर का संकेत हो सकता है। इसलिए एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
कैंसर जानलेवा बीमारी है। इसकी जानकारी और समय रहते इलाज ही सबसे बडा बचाव है। जानें बचाव के कुछ टिप्स-
- तंबाकू और एल्कोहॉल का सेवन न करें। एल्कोहॉल के साथ तंबाकू न चबाएं और तंबाकू या पान को देर तक मुंह में न रखें।
- कैंसर या प्री-कैंसर स्टेज की पहचान नियमित स्वास्थ्य जांच से संभव है। मुंह में कोई भी समस्या होने पर तुरंत जांच कराएं।
- पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें। दांतों की देखभाल करें। मसूडों या दांतों में कोई भी समस्या हो, गले में अकारण या असामान्य दर्द हो तो डॉक्टर की सलाह लें।
- खानपान और जीवनशैली को संतुलित रखें। परिवार में पहले किसी को कैंसर हुआ हो तो नियमित स्वास्थ्य जांच जरूरी है।
- दिनचर्या में वॉक, एक्सरसाइज को शामिल करें। अधिक से अधिक हरी सब्जियों और ताजे फलों का सेवन करें।
- शरीर में अचानक कोई असामान्य लक्षण दिखने जैसे तेजी से वजन घटने, बुख़ार रहने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकडों के मुताबिक भारत में हर साल कैंसर से लगभग पांच-सात लाख मौतें हो रही हैं। पचास फीसद मामलों में कैंसर का कारण खराब जीवनशैली व खानपान है। शुरुआती दौर में इलाज होने पर 30 प्रतिशत मामलों में मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है।
कैंसर का जरा सा भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए